Fri. Apr 19th, 2024

अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन, पश्चिम बंगाल शाखा की ओर से साइंस सिटी मेला परिसर में आयोजित बंगाल ग्लोबल ट्रेड एक्सपो में लगाये गये स्टॉल पर वैश्य समाज के लोगों की भारी भीड़ उमड़ी एवं सदस्यता के लिए सबमें उत्साह दिखा। आज महासम्मेलन की ओर से एक प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया जिसमें पश्चिम बंगाल के अध्यक्ष सुशील कुमार चौधरी ने कहा कि भारत सहित पूरी दुनिया में रह रहे वैश्य समाज के लोगों की सर्ववृहत, सुसंचालित, सुसंगठित और स्वप्नदर्शी संस्थान है अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन जिसके सदस्यों में आम व्यापारी से लेकर बड़े उद्यमी, राज्यों व केंद्र के महत्वपूर्ण मंत्री तथा प्रशासनिक सेवा के अधिकारी शामिल हैं।

श्री चौधरी ने आगे कहा कि आदिकाल से ही व्यापार-वाणिज्य से जुड़े वैश्य समाज को वैश्विक परिवर्तनों के अनुरूप वैचारिक आधार प्रदान करना, नई चुनौतियों से निबटने की कार्य योजना बनाना तथा वैश्य समुदाय को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराकर प्रगति मार्ग पर अग्रसर करना इस संस्था का मुख्य उद्देश्य है। सभ्यता के विकास को सुनिश्चित करने में सदैव अग्रणी वैश्य समाज को सामाजिक प्रतिष्ठा दिलाकर समाज और राष्ट्र का सम्यक विकास सुनिश्चित करना आज की सबसे बड़ी जरूरत है इसीलिए अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन लगातार उन क्षेत्रों में अपनी पैठ बना रहा है जहां विकास की संभावनाएं मौजूद हैं।

सचिव प्रदीप लुहारीवाला ने कहा कि ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण पश्चिम बंगाल उद्योगों की आदि भूमि है। यहां कार्यकुशल कारीगरों की बड़ी संख्या है जिन्हें व्यवसायिक दृष्टिकोण से संगठित करके इस राज्य का औद्योगीकरण संभव है। एक समय बड़े उद्योगों की सर्वाधिक उपलब्धता के लिए मशहूर पश्चिम बंगाल में आज भी बहुत से अवसर हैं। यहां बौद्धिक प्रतिभा सहज सुलभ है। खाद्यान्न, मत्स्य पालन से लेकर बुनाई,  कढाई, सिलाई और नये डिजाइन तैयार करने में महारत रखने वाले कुशल दिमाग युवाओं की फौज है। अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासंघ का उद्देश्य पश्चिम बंगाल में उपलब्ध संभावनाओं को व्यवसायिक दृष्टि से संगठित कर राज्य में व्यापक रोजगार का सृजन तथा लोगों का जीवन स्तर सुधारना है।

श्री लुहारीवाला ने आगे कहा कि प्रारंभिक स्तर पर वैश्य समाज के लोगों में काफी उत्साह दिख रहा है। करीब पांच सौ सालों से यहां रह रहे प्रवासी मारवाड़ी और हरियाणवी समाज, जिनका मुख्य कार्य व्यवसाय रहा है, को भी महासम्मेलन से बड़ी उम्मीदें हैं क्योंकि उनका लक्ष्य हमेशा उन इलाकों की उन्नति रहा है जहां उन्हें रोजी-रोटी मिलती है। स्थानीय वैश्य समुदाय में  भी महासंघ से जुड़कर अपने व्यापार को बढाने की ललक देखी जा रही है।

उन्होंने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल में उद्योगों का विस्तार समय की मांग है एवं राज्य सरकार इस दिशा में गंभीर प्रयास कर रही है इसीलिए वैश्य महासम्मेलन को यहां व्यापक आधार मिलेगा इसमें कोई संदेह नहीं।

शीघ्र ही पश्चिम बंगाल की नई कार्यकारिणी का गठन होगा एवं जिलेवार समितियां गठित कर संगठन को मजबूत किया जाएगा ताकि विकास योजनाओं का समुचित लाभ वैश्य समाज के लोगों को समय पर मिल सके।

अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक अग्रवाल शीघ्र ही पश्चिम बंगाल में संगठन को मजबूत करने के लिए राष्ट्रीय पदाधिकारियों के साथ दौरा करेंगे एवं यहां सामाजिक-व्यवसायिक प्रगति के लिए नई योजनाओं की शुरुआत करेंगे।

अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन के स्टॉल में वैश्य समाज के लोगों की भारी भीड़ उमड़ी एवं सदस्यों की संख्या गुणात्मक बढ़ी। महासम्मेलन की ओर से अमित धनानिया,  कमलेश कुमार गुप्ता, रामकिशोर लुहारीवाला, सतीश अग्रवाल,  सुभाष गुप्ता, अजीत जैन, सुरेश अग्रवाल, विनोद टेकरीवाल, राजेश लुहारीवाला, राजेन्द्र प्रसाद सुरेका आदि की सक्रियता से महासम्मेलन तेजी से आगे बढ़ रहा है।

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